आखिर मंटो 'पागल' क्यों हो गए थे?
'जब भी चूम लेता हूं उन हसीन आंखों को'...कैफ़ी आज़मी की एक नज़्म
नुक्कड़ पर खड़े होकर सत्ता का नाटक दिखाते थे सफ़दर हाशमी
गरीबों के हाथ में जलती मशाल जैसी हैं इस कवि की लिखी नज़्में
क्या था इरफान खान के ट्वीट में लिखी पहली लाइन का अर्थ?
Okay