तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 तारीख से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही हैं. इस बीच तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की पार्टी एआईडीएमके भी ममता के इस प्रस्ताव का समर्थन कर सकती है. एआईडीएमके के सूत्रों ने यह जानकारी आजतक के सहयोगी चैनल हेडलाइंस टूडे को दी है.
एआईडीएमके के सूत्रों ने कहा है कि इस मुद्दे को लेकर पार्टी सांसद मंगलवार को चेन्नई में एक बैठक करेंगे. इससे पहले ममता ने कहा है कि अभी उनकी पार्टी ने इस बारे में किसी से बात नहीं की है, लेकिन वे लेफ्ट और बीजेपी से इस मुद्दे पर बात को तैयार हैं क्योंकि ये मसला देश का है.
बीजेपी ने ममता की पहल का स्वागत किया है. मंगलवार सुबह पार्टी अपने कोर ग्रुप की बैठक कर रही है. इसके अलावा मंगलवार शाम एनडीए भी शीत सत्र में अपनी रणनीति को लेकर बैठक कर रहा है. इस बीच कांग्रेस कह रही है सरकार को कोई खतरा नहीं और चुनाव अपने वक्त पर ही होंगे.
कांग्रेस के राशिद अल्वी ने सवाल उठाया है कि ममता क्या अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए सांप्रदायिक ताकतों की मदद लेंगी? वहीं बीजेपी ने कहा है कि वो ममता की इस पहल का स्वागत करती है. इस बीच केंद्रीय मंत्री हरीश रावत का कहना है कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव तो ले आएगा, लेकिन उसके पास विकल्प क्या है.
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